अंतसमणि त्रैमासिक पत्रिका गत 11 वर्षों से नियमित प्रकाशित हो रही है। पत्रिका मूल रूप से भारतीय संस्कृति को सकारात्मक भूमिका में रखते हुए मुख्य रूप से भारतीय संस्कृति ,परिवेश ,नैतिक ,सामाजिक मूल्य के साथ ,व्यक्ति विकास से व्यक्तित्व निर्माण ,परिवार विकास से समाज निर्माण ,व मूल्यों के विकास से राष्ट्र निर्माण की दिशा में अनथक, सार्थक ,रचनात्मक पहल करना भी पत्रिका का संकल्प है। इस आधार पर पत्रिका का उद्देश्य भारतीय संस्कृति साहित्य ,समाज, अध्यात्म ,नैतिक व मानवीय मूल्यों की सकारात्मक सोच की संवाहक बनना हैI
अंतसमणि त्रैमासिक पत्रिका अपने उद्देश्यों में इन 11 वर्षों से विविध अंकों के प्रकाशन में पाठकों के प्रतिक्रियाओं के द्वारा खरी उतरी है। सकारात्मक भाव पाठकों को प्रभावित करते हैं। पत्रिका उत्तरोत्तर समाज निर्माण की दिशा में साहित्य की ऊर्जा से विकास का पथ प्रशस्त कर रही है। पत्रिका को अपने सर्वोत्कृष्ट अभिव्यक्ति के लिए एवं अस्तित्व को बनाए रखने के लिए आर्थिक अवरोध सबसे बड़ी समस्या है परंतु पत्रिका साहित्य ,समाज, व मूल्यों के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर अडिग है