अंतस की कलम से
हमारे देश का यह सौभाग्य है कि अनेकानेक प्रतिभाओं ने इस भूमि पर जन्म लिया है और उन महान-महान विभूतियों ने अपने प्रखर रचनात्मक कृतित्व के बलबूते बड़े-बड़े असंभव कार्यों को संभव किया है और वह सब कर दिखाया जिससे आज हमारा देश अपने आप पर गर्व करता है। धरती मां को ऐसे ही वीर प्रसविनी धरा नहीं कहा जाता है। अनगिनत, ज्ञानी, ध्यानी, कर्मठ, जुझारू, कर्मशील, त्यागी, महादानी, मानवीय संवेदनाओं से भरपूर, निडर साहसी आत्माओं ने भारत की भूमि पर जन्म लिया और अच्छे कर्मों को संपादित कर धरती मां को धन्य किया है। ऐसे ही एक नाम उन प्रतिभा शाली लोगों की सूची कलमबद्ध है और वह है हमारे पूर्व राष्ट्रपति महामहिम डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम। देश ही नहीं समूचा विश्व उन्हें सम्मान देता है।
भारत रत्न से विभूषित हमारे सर्वप्रिय महामानव डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जी पूर्व राष्ट्रपति के रूप में आज हर भारतीयों के दिल में बसते हैं। इनका जीवन बिल्कुल इस बात की तसदीक करता है कि सदा "सादा जीवन उच्च विचार" इनका जन्म 15 अक्टूबर 1931 में धनुषकोडी गांव रामेश्वरम तमिलनाडु में हुआ था। इनका पूरा नाम डॉ अबुल पाकिर जैनुल्लदीन अब्दुल कलाम है। इनकी माता का नाम असिमा और पिता का नाम जैनुलाब्दीन है। डॉक्टर अब्दुल कलाम जी ने अपने जीवन में जिन खोजो को आपके विवेक से साकार रूप दिया था उन में स्वदेशी निर्देशित मिसाइल का आविष्कार शामिल है अग्नि और पृथ्वी के कार्यान्वयन और निर्माण में ही परमाणु कार्यकारी अधिकारी के रूप में अहम भूमिका निभाते हुए इसरो में दो दशकों तक कार्य किया डॉ अब्दुल कलाम आजाद ने पांच मिसाइल, अग्नि, पृथ्वी, आकाश, त्रिशूल, नाग, ब्रह्मास्त्र आदि और कई मिसाइल बनाई भारत को बैलिस्टिक मिसाइल और लॉन्चिंग टेक्नोलॉजी में आत्मनिर्भर बनाने के कारण ही एपीजे अब्दुल कलाम का नाम मिसाइल मैन पड़ गया सन 1982 में उन्हें डीआरडीएल का डायरेक्टर बनाया गया जिसके बाद उन्होंने डॉक्टर सी एस अरुणाचल्लम के साथ इंटीग्रेटेड गाइड डेट मिसाइल डेवलपमेंट प्रोग्राम का प्रस्ताव तैयार किया इसी की बदौलत उन्होंने भारत के लिए पृथ्वी त्रिशूल आकाश नाग ब्रह्मोस्त्र समेत कई मिसाइल बनाई वह कलाम ही थे जिनके डायरेक्शन में देश को पहली स्वदेशी मिसाइल मिली प्यारे बच्चों भारत के परमाणु ऊर्जा क्षेत्र में अहम किरदार निभाने के कारण अब्दुल कलाम जी को भारत का मिसाइल मैन कहा जाता है परमाणु हथियार कार्यक्रम में सम्मिलित होने के कारण डॉक्टर अब्दुल कलाम जी को भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न प्रदान किया गया है राष्ट्रपति के रूप में उनके कार्यकाल को सर्वोच्च स्वर्णिम युग के रूप में याद किया जाएगा आज वह हमारे बीच नहीं है लेकिन भारत देश के युवा बच्चे बड़े बुजुर्ग हर कोई उनके द्वारा किए गए कार्यों, योगदान और राष्ट्रपति के रूप में उनके द्वारा सर्वोच्च पद की गरिमा बनाए रखने में उनके योगदान को सदैव याद रखेगा । भारत की जनता आपसे मिसाइल मैन के रूप में सादर सम्मान करती है और उन्हें अदब से सलाम करती हैं।